हरियाणा में भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार बनने के बाद पहली बार मंगलवार को दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में कैबिनेट की पहली बैठक हुई। इसमें सरकार ने युवाओं और किसानों समेत चार अहम फैसले किए। साथ ही नई सरकार के पहले सत्र के लिए राज्यपाल से 4 नवंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की अनुशंसा की गई। इसी दिन विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव होगा।
हरियाणा सरकार ने फैसला किया है कि वह पराली जलाने से रोकने के लिए किसान को पराली डिकम्पोजर की खरीद पर 50 फीसदी की छूट देगी। इसके अलावा हरियाणा शिक्षक भर्ती (एचटैट) की परीक्षा के सेंटर की अधिकतम दूरी 50 किलोमीटर के दायरे में होगी। कैबिनेट बैठक के बाद न्यूनतम साझा कार्यक्रम के लिए कमेटी गठित करने का निर्णय हुआ। इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की।
वहीं, जजपा की दिल्ली इकाई के नेताओं से मुलाकात के बाद उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा के युवाओं के लिए रोजगार सरकार की पहली प्राथमिकता है। जजपा और इनैलो परिवार के एक होने पर दुष्यंत ने कहा वह शुरू से बोल रहे हैं कि परिवार एक था और एक रहेगा। जिन्होंने रिश्ता तोड़ा है पहले उनको विचार करना होगा।
हरियाणा सरकार ने फैसला किया है कि वह पराली जलाने से रोकने के लिए किसान को पराली डिकम्पोजर की खरीद पर 50 फीसदी की छूट देगी। इसके अलावा हरियाणा शिक्षक भर्ती (एचटैट) की परीक्षा के सेंटर की अधिकतम दूरी 50 किलोमीटर के दायरे में होगी। कैबिनेट बैठक के बाद न्यूनतम साझा कार्यक्रम के लिए कमेटी गठित करने का निर्णय हुआ। इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की।
वहीं, जजपा की दिल्ली इकाई के नेताओं से मुलाकात के बाद उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा के युवाओं के लिए रोजगार सरकार की पहली प्राथमिकता है। जजपा और इनैलो परिवार के एक होने पर दुष्यंत ने कहा वह शुरू से बोल रहे हैं कि परिवार एक था और एक रहेगा। जिन्होंने रिश्ता तोड़ा है पहले उनको विचार करना होगा।
दुष्यंत ने किया संजय राउत पर पलटवार
शिवसेना नेता संजय राउत के बयान पर पलटवार करते हुए दुष्यंत ने कहा, 'क्या राउत उनके पिता से कभी जेल जाकर मिले हैं। हमारी पार्टी ब्लैकमेलिंग पर भरोसा नहीं करती। हम दबाव की नहीं, ईमानदारी की राजनीति करते हैं।' महाराष्ट्र में भाजपा के साथ सरकार गठन को लेकर जारी विवाद पर राउत ने कहा था कि महाराष्ट्र में किसी दुष्यंत के पिता जेल में नहीं हैं। उनके पास कई विकल्प हैं।